नई दिल्ली। अभिनेत्री से नेता बनीं कंगना रनौत इन दिनों जमकर ट्रोल हो रहीं हैं। दरअसल, एक रैली के दौरान उनका इरादा एक विपक्षी नेता पर निशाना साधने का था, लेकिन गलती से उन्होंने अपने भाजपा सहयोगी पर ही हमला कर दिया। रनौत की गड़बड़ी के पीछे नामों में समानता यानी दोनों नामों में तेजस्वी का एक समान होना था। उन्होंने कहा था, “बिगड़ैल राजकुमारों की एक पार्टी है। चाहे वह राहुल गांधी हों जो चंद्रमा पर आलू उगाना चाहते हैं, या तेजस्वी सूर्या जो गुंडागर्दी करते हैं और मछली खाते हैं।”
दरअसल, वह राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को निशाना बनाना चाहती थी, क्योंकि उनका एक वीडियो जिसमें उन्हें मछली खाते हुए देखा गया था, हाल ही में भाजपा और विपक्ष के बीच एक प्रमुख विवाद का मुद्दा बन गया था। वहीं, तेजस्वी सूर्या कर्नाटक में बेंगलुरु दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार हैं। कंगना ने कल एक चुनावी रैली के दौरान उन्हीं के नाम का जिक्र कर दिया। इस बीच, तेजस्वी यादव ने कंगना रनौत के बयान की एक क्लिप पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा- ये मोहतरमा कौन है?
ये मोहतरमा कौन है? https://t.co/RvTfHjm26I
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 4, 2024
विक्रमादित्य सिंह और राहुल गांधी निशाने पर
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट के मैदान से उतारे जाने के बाद से कंगना रनौत मौखिक रूप से कांग्रेस पार्टी की आलोचना कर रही हैं। कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह और राहुल गांधी उनके मुख्य निशाने पर रहे हैं, जिनको वह शहजादा के तौर पर पेश कर रही हैं। कंगना ने कल मंडी संसदीय क्षेत्र के सुंदरनगर क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए वंशवाद की राजनीति को लेकर सिंह और गांधी पर कटाक्ष किया और कहा कि इन दोनों के पास विकास के लिए जादू की छड़ी है और वे केवल गैर-व्यावहारिक चीजों के बारे में बात करते हैं।
मंडी में सातवें चरण में 1 जून को मतदान
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि 37 वर्षीय अभिनेता को पहले अपनी पार्टी के नेताओं के बारे में तथ्यों की जांच करनी चाहिए और वंशवादी राजनीति के बारे में बोलना चाहिए। वहीं, कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक अमृत कौर ने भी उनकी योग्यता पर सवाल उठाया जिसके आधार पर उन्हें मंडी से भाजपा का टिकट मिला। मंडी लोकसभा क्षेत्र में 2024 के लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा।