एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया की मुश्किलें बढ़ी, सट्टेबाजी ऐप के सिलसिले में जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए बुलाया

एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया की मुश्किलें बढ़ी

नई दिल्ली। एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया को महादेव ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी एप्लिकेशन के एक सहायक ऐप के प्रचार के सिलसिले में समन भेजा गया है। फेयरप्ले सट्टेबाजी ऐप पर कथित तौर पर इंडियन प्रीमियर मैच (आईपीएल) मैच देखने को बढ़ावा देने के लिए एक्ट्रेस को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा तलब किया गया है।

तमन्ना भाटिया ने ‘बाहुबली’ और ‘लस्ट स्टोरीज 2’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। जांच एजेंसी ने एक्ट्रेस को गवाह के रूप में बुलाया गया है और अगले सप्ताह साइबर सेल के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। एक ब्रॉडकास्टर की शिकायत के अनुसार, कुछ आईपीएल मैचों को ऐप पर अवैध रूप से स्ट्रीम किया गया था।

महाराष्ट्र साइबर सेल पहले ही मामले में गायक बादशाह और अभिनेता संजय दत्त और जैकलीन फर्नांडीज के प्रबंधकों के बयान दर्ज कर चुकी है।

फेयरप्ले सट्टेबाजी ऐप

फेयरप्ले एक सट्टेबाजी ऐप है जो विभिन्न प्रकार के खेल और मनोरंजन जैसे जुआ की सेवा प्रदान करता है। ऐप की वेबसाइट के अनुसार, फेयरप्ले पर क्रिकेट सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला खेल है, इसके बाद फुटबॉल और टेनिस हैं। वेबसाइट के अनुसार, खिलाड़ियों के लिए एक ही समय में देखना और जीतना आसान हो, इसके लिए सभी खेल मैचों को फेयरप्ले पर लाइव स्ट्रीम किया जाता है।

फेयरप्ले का महादेव बेटिंग ऐप कनेक्शन

फेयरप्ले महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप का एक सहायक एप्लिकेशन है, जो क्रिकेट, पोकर, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल कार्ड गेम और चांस गेम जैसे विभिन्न लाइव गेम में अवैध सट्टेबाजी के लिए मंच भी प्रदान करता है। महादेव सट्टेबाजी ऐप ने पिछले साल तब सुर्खियां बटोरीं, जब अभिनेता रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर, जो ऐप के विज्ञापनों में दिखाई दिए थे, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए बुलाया था।

ऐप के संचालक छत्तीसगढ़ के निवासी

पिछले साल फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात में एक शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद यह ऐप जांच एजेंसियों के निशाने पर आ गया था, जिसका भुगतान पूरी तरह से नकद में किया गया था। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का संचालन दुबई से सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल द्वारा किया जाता था। ये दोनों छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। कंपनी नियमित रूप से नई वेबसाइटें और चैट ऐप्स पर बंद ग्रुप बनाकर नए ग्राहक प्राप्त करती थी। वे अक्सर सोशल मीडिया ऐप्स पर सशुल्क विज्ञापन चलाते थे और मुनाफा कमाने के लिए लोगों को अपने नंबर पर संदेश भेजने की कोशिश करते थे।

मामले में कई नेताओं की संलिप्तता

ईडी बीते एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। एजेंसी ने तब आरोप लगाया था कि उसकी जांच में छत्तीसगढ़ के विभिन्न उच्च पदस्थ राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता दिखाई गई है। ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग ₹ 6,000 करोड़ है।

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