महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल पर सीबीआई का छापा, सामने आई प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के आवास पर बुधवार को छापेमारी की। यह कार्रवाई रायपुर और भिलाई में उनके निवास पर सुबह शुरू हुई। सीबीआई की टीमें न केवल बघेल के घर पहुंचीं, बल्कि उनके करीबी सहयोगियों और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के आवास पर भी तलाशी ली गई।

हालांकि, सीबीआई ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह छापेमारी किस मामले से जुड़ी है। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, खासकर तब जब बघेल आज दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए रवाना होने वाले थे। उनके कार्यालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “सीबीआई आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दिल्ली में ड्राफ्टिंग कमेटी की बैठक के लिए जाने वाले थे, जो 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में होने वाले एआईसीसी सम्मेलन के लिए गठित की गई है। इससे पहले ही सीबीआई रायपुर और भिलाई के आवास पर पहुंच गई।”

बघेल के खिलाफ एजेंसी की दूसरी बड़ी कार्रवाई

यह छापेमारी हाल के दिनों में बघेल के खिलाफ जांच एजेंसियों की दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले, 10 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके और उनके बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ कथित शराब घोटाले में छापेमारी की थी। उस दौरान ईडी ने बघेल के भिलाई स्थित घर से 32-33 लाख रुपये नकद, कुछ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और दस्तावेज जब्त किए थे।

भाजपा पर राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई का आरोप

बघेल ने इसे भाजपा की ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ की कार्रवाई करार दिया था। आज की सीबीआई छापेमारी के पीछे भी इसी तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कुछ सूत्रों का मानना है कि यह कार्रवाई 2017 के कथित ‘स्लीज सीडी कांड’ से जुड़ी हो सकती है, जिसमें बघेल पर भाजपा नेता राजेश मुनत को फंसाने का आरोप लगा था। हालांकि, इस मामले में मार्च की शुरुआत में रायपुर की एक विशेष अदालत ने बघेल को बरी कर दिया था।

छत्तीसगढ़ की सियासत में नया मोड़ आया

बघेल के समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा विपक्ष को निशाना बनाने की रणनीति बताया है। दूसरी ओर, राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनकी सरकार का इस कार्रवाई से कोई लेना-देना नहीं है और यह केंद्रीय एजेंसी का स्वतंत्र फैसला है। सीबीआई की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब बघेल पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी के रूप में सक्रिय हैं और पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटनाक्रम से छत्तीसगढ़ की सियासत में एक नया मोड़ आने की संभावना जताई जा रही है। आगे की जानकारी का इंतजार है।

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