नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने आज आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन को लेकर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र में कहा, “दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का निर्णय लिया।”
अरविंदर लवली ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के रूप में उनके द्वारा लिए गए कई फैसलों पर एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने रोक लगा दिया है। उन्होंने कहा, “डीपीसीसी अध्यक्ष के रूप में मेरी नियुक्ति के बाद से एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने मुझे डीपीसीसी में कोई भी वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी है।”
लोकसभा उम्मीदवारों को लेकर है नाराजगी
उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को केवल तीन ही सीटें दी गईं। लवली की नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि इन तीनों सीटों में दो सीटें बाहरी व्यक्तियों को दे दी गई। उनका निशाना कन्हैया कुमार और उदित राज को लेकर था। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के ऐलान से पहले सूचित नहीं किया गया। बता दें कि लवली को पिछले साल 31 अगस्त को दिल्ली प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।