नई दिल्ली। केरल में अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस का एक और मामला सामने आया है। यह एक दुर्लभ मस्तिष्क संक्रमण है जो दूषित पानी में पाए जाने वाले मुक्त-जीवित अमीबा के कारण होता है। इससे ऐसे मामलों की कुल संख्या चार हो गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मरीज 14 साल का लड़का है, जो उत्तरी केरल के कोझिकोड जिले के पय्योली का रहने वाला है और उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। राज्य में मई से अब तक ऐसे चार मामले सामने आए हैं और सभी मरीज नाबालिग बच्चों में बताए गए हैं, जिनमें से तीन की पहले ही मौत हो चुकी है।
1 जुलाई को अस्पताल में किया गया भर्ती
ताजा मामले में, लड़के का इलाज कर रहे डॉक्टरों में से एक ने कहा कि उसे 1 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसकी हालत में सुधार हो रहा है। डॉक्टर ने यह भी कहा कि शनिवार को अस्पताल में संक्रमण की तुरंत पहचान कर ली गई और विदेश से दवाओं सहित उपचार तुरंत दिया गया।
3 जुलाई को राज्य में मुक्त-जीवित अमीबा से संक्रमित एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। इससे पहले, दो अन्य मलप्पुरम की एक पांच वर्षीय लड़की और कन्नूर की एक 13 वर्षीय लड़की की दुर्लभ मस्तिष्क संक्रमण के कारण क्रमशः 21 मई और 25 जून को मौत हो गई थी।
सीएम पिनाराई विजयन ने बैठक के बाद दिए ये सुझाव
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक बैठक की जिसमें आगे संक्रमण को रोकने के लिए गंदे जलाशयों में स्नान न करने सहित कई सुझाव दिए गए। बयान में कहा गया है कि स्विमिंग पूल का उचित क्लोरीनीकरण होना चाहिए और बच्चों को जलाशयों में प्रवेश करते समय सावधान रहना चाहिए क्योंकि वे इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।