ईरान ने इजरायल पर किया बड़ा हमला, दागे कई ड्रोन और मिसाइलें; 10 बिंदुओं में समझिए पूरा मामला

attack on Israel

नई दिल्ली। सीरिया में अपने राजनयिक भवन पर हमले के जवाब में ईरान ने इजराइल पर एक अभूतपूर्व ड्रोन और मिसाइल हमला किया है। इजरायल की रक्षा के लिए अमेरिका ने दो विध्वंसक जहाजों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेजा है। इसके अलावा अमेरिका राजनयिक माध्यम से इस युद्ध के न होने पर पूरा जो लगाए हुए है। आइए जानते हैं 10 बिंदुओं में पूरे मामले को:

  1. ईरान ने इजराइल पर 200 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च की। वहीं इरान के सहयोगियों ने भी इजराइली ठिकानों पर एकसाथ हमले किए। इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा, “ईरान की तरफ से 200 से अधिक ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों से हमला किया गया है।”
  2. ईरान का कहना है कि उसने सीरिया की राजधआनी दमिश्क में अपने राजनयिक मिशन को निशाना बनाए जाने के बाद आत्मरक्षा में कार्रवाई की। उसने कहा कि उसे उम्मीद है कि उसकी कार्रवाई से आगे कोई तनाव नहीं बढ़ेगा और मामले को समाप्त माना जाएगा।”
  3. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि अमेरिकी सेना ने ईरान द्वारा इजराइल पर दागे गए लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को गिराने में मदद की। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपना समर्थन देने का हरसंभव वादा किया है।
  4. बिडेन ने कहा कि वह ईरान के हमले के लिए संयुक्त राजनयिक प्रतिक्रिया के लिए जी 7 समूह देशों के अपने साथी नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
  5. इजरायली सेना ने पहले कहा था कि सतह से सतह पर मार करने वाली दर्जनों मिसाइलें इजरायली क्षेत्र की तरफ आई, जिसकी पहचान की गई थीं। इनमें से अधिकांश को इजरायल में प्रवेश करने से पहले ही रोक दिया गया था। बयान में कहा गया है कि सैनिक सभी मोर्चों पर तैनात हैं और इजरायली क्षेत्र की रक्षा करना जारी रखे हुए हैं।
  6. इजरायली पीएम नेतन्याहू ने रक्षात्मक और आक्रामक तरीके से जवाब देने की कसम खाते हुए कहा है कि इजरायल वर्षों से ईरान द्वारा सीधे हमले की तैयारी कर रहा है।
  7. यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, फ्रांस, मैक्सिको, चेक, डेनमार्क, नॉर्वे और नीदरलैंड सभी ने ईरान के हमले की निंदा की। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ईरान के इजराइल पर अभूतपूर्व ड्रोन और मिसाइल हमले पर आज एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
  8. इजराइल ने कहा कि वह देश भर में स्कूल बंद कर रहा है जबकि जॉर्डन, इराक और लेबनान ने घोषणा की कि वे अस्थायी रूप से अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रहे हैं।
  9. इजरायल और हमास के बीच गाजा युद्ध, जो अब अपने सातवें महीने में है, ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है। यह लेबनान और सीरिया के मोर्चों तक फैल गया है और यमन और इराक दूर से इजरायली ठिकानों पर लंबी दूरी से गोलाबारी कर रहा है।
  10. सभी देश लड़ाई को अब सीधे खुले संघर्ष में बदलने की धमकी दे रहे हैं, जिससे ईरान और उसके क्षेत्रीय सहयोगी इजरायल और उसके मुख्य समर्थक संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ हो जाएंगे। वहीं मिस्र ने संयम बरतने की अपील की है।

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