नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों और भीड़ के कथित कुप्रबंधन को लेकर मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चौतरफा हमला किया। उन्होंने महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कहा। बनर्जी ने आरोप लगाया कि जहां वीआईपी को विशेष सुविधाएं दी जा रही है, वहीं गरीबों को आवश्यक सुविधाओं तक पहुंच से वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने भाजपा सरकार पर देश को विभाजित करने के लिए धर्म को बेचने का आरोप लगाया और प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ धार्मिक समागम के लिए उचित योजना की कमी का आरोप लगाया।
महाकुंभ के लिए सरकार की कोई योजना नहीं: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने विधानसभा के बजट सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “यह ‘मृत्यु कुंभ’ है। मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं और मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन इसके लिए सरकार की कोई योजना नहीं है। कितने लोगों को बचाया गया है? अमीर और वीआईपी के लिए 1 लाख रुपये तक के शिविर (तंबू) की व्यवस्था गई है, लेकिन गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है।”
बिना पोस्टमार्टम के शवों को क्यों भेजा गया बंगाल: ममता
उन्होंने महाकुंभ में उचित व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर दिया और सवाल किया, “आपने इतनी गंभीर घटना को इतना अधिक प्रचारित क्यों किया? उचित योजना बनाई जानी चाहिए थी। घटना के बाद कुंभ में कितने आयोग भेजे गए हैं?”
बनर्जी ने आगे आरोप लगाया कि बिना पोस्टमॉर्टम के भी शवों को (कुंभ से) बंगाल भेज दिया गया। उन्होंने कहा, “वे दावा करेंगे कि लोगों की मौत दिल के दौरे से हुई और उन्हें मुआवजा देने से इनकार कर दिया जाएगा। हमने यहां पोस्टमॉर्टम किया क्योंकि आपने बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के शव भेज दिए। इन लोगों को मुआवजा कैसे मिलेगा?”