नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने राज्यसभा में बताया कि 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे (AI-171) की जांच में कोई पक्षपात नहीं है। यह पहली बार है, जब भारत ने ब्लैक बॉक्स का डेटा स्वदेश में डीकोड किया है, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। पहले ब्लैक बॉक्स डेटा विश्लेषण के लिए विदेश भेजा जाता था, लेकिन भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने इसे दिल्ली में ही पूरा किया।
लंदन जा रहे बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, लेकिन टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद यह बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर से टकरा गया। इस हादसे में 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, जिसमें पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी शामिल थे। जमीन पर भी 19 लोगों की जान गई। एकमात्र जीवित बचे यात्री ब्रिटिश नागरिक विश्वशकुमार रमेश को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
पश्चिमी मीडिया ने पायलट की गलती का दावा किया
मंत्री ने पश्चिमी मीडिया, विशेष रूप से द वॉल स्ट्रीट जर्नल और रॉयटर्स की उन खबरों की आलोचना की, जिनमें पायलट की गलती का दावा किया गया। AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में कॉकपिट में बातचीत का जिक्र है, जिसमें एक पायलट ने पूछा, “आपने ईंधन क्यों बंद किया?” दूसरा पायलट जवाब देता है, “मैंने नहीं किया।” हालांकि, नायडू ने कहा कि अंतिम रिपोर्ट के बिना निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।
AAIB की जांच में अमेरिका और ब्रिटेन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। ब्लैक बॉक्स, जिसमें कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर शामिल हैं, 13 जून को बरामद किया गया था। डेटा विश्लेषण से हादसे के कारणों, जैसे ईंधन आपूर्ति में रुकावट या तकनीकी खराबी, का पता लगेगा। नायडू ने कहा कि जांच पूरी होने तक धैर्य रखना चाहिए। सरकार ने तीन महीने में अंतिम रिपोर्ट देने का लक्ष्य रखा है।