नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम को श्रीलंका से 27 साल बाद वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। श्रीलंका ने आखिरी और निर्णायक वनडे में बुधवार रात भारत को 110 रन के विशाल अंतर से हराकर तीन मैच की सीरीज में 2-0 से कब्जा जमा लिया। आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए आखिरी मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 248/7 रन बनाए। जवाब में पूरी भारतीय टीम 26.1 ओवर में सिर्फ 138 रन पर ही सिमट गई।
भारत लगातार अंतराल में विकेट गंवाता रहा। किसी भी बल्लेबाज ने पार्टनरशिप बनाने की कोशिश नहीं की। अंत में अगर वाशिंगटन सुंदर 30 रन नहीं बनाते तो हार का अंतर और बड़ा हो सकता था। श्रीलंका को एकबार फिर उसके स्पिनर्स ने जीत दिलाई। दुनिथ वेलालागे ने 5.1 ओवर में 27 रन देकर सबसे ज्यादा विकेट झटके। याद हो कि सीरीज का पहला मैच रोमांचक अंदाज में टाई हुआ था जबकि दूसरे मैच में श्रीलंका ने 32 रन से मैदान मारा था।
27 साल बाद मिली हार
श्रीलंका ने भारत से आखिरी बार कोई वनडे सीरीज 1997 में जीती थी। तब अर्जुन रणतुंगा की कप्तानी वाली टीम ने सचिन तेंदुलकर की कमान वाली भारतीय टीम को 3-0 से हराकर क्लीन स्विप किया था। उसके बाद से भारत और श्रीलंका के बीच 11 वनडे श्रृंखलाएं खेली गई और सभी में भारतीय टीम ही विजयी रही थी। अब 27 साल बाद भारतीय टीम ने कोई वनडे सीरीज गंवाई है।
बल्लेबाजों ने कटाई नाक
पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। रोहित शर्मा को छोड़कर किसी के बल्ले से रन नहीं निकले। भारतीय कप्तान तीन मैच में 157 रन बनाकर टीम के सर्वोच्च स्कोरर रहे। उनके अलावा शुभमन गिल, विराट कोहली, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर हर किसी ने निराश किया। केएल राहुल, ऋषभ पंत ने भी मिले मौकों को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। तीनों मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाजी बेहद दोयम दर्जे की रही। गौतम गंभीर की मुख्य कोच के रूप में यह पहली वनडे सीरीज थी और इस हार से निश्चित तौर पर वह बेहद खफा होंगे।