पाकिस्तान ने दिया ईरान को करार जवाब- पाकिस्तानी वायु सेना ने गुरुवार को ईरान के अंदर कथित बलूच अलगाववादी शिविरों पर जवाबी हवाई हमले किए हैं। रिपोर्टों के मुताबिक, पाकिस्तान वायु सेना के जवाबी हमलों में पाकिस्तान द्वारा वांछित बलूच आतंकवादियों के ईरानी क्षेत्र के अंदर स्थित ठिकानों को निशाना बनाया गया। कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह खबर आई थी कि ईरान ने पहले पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक किए थे।
पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है जब इससे पहले ईरान यह कहा था कि उसने पाकिस्तान में जैश अल-अदल के दो महत्वपूर्ण मुख्यालयों को नष्ट करने के लिए मिसाइल और ड्रोन हमलों का सटीक इस्तेमाल किया है। इसके बाद इस्लामाबाद ने पाकिस्तान की संप्रभुता के उल्लंघन को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
पाकिस्तान के स्थानीय पत्रकार ने दी जानकारी
पाकिस्तान के एक स्थानीय अखबार के संपादक और न्यूयॉर्क टाइम्स के पाकिस्तानी संवाददाता सलमान मसूद ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट किया, “पाकिस्तान वायु सेना ने ईरान के अंदर बलूच अलगाववादी शिविरों पर हवाई हमले किए हैं। यह कदम ईरान द्वारा निशाना बनाने के दावे के एक दिन बाद आया है। उसका कहना था कि आतंकवादी पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर हैं।” नागरिकों के हताहतों का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
जैश अल-अदल है एक सुन्नी आतंकवादी समूह
पाकिस्तान ने दिया ईरान को करार जवाब- अल अरबिया न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, 2012 में गठित, जैश अल-अदल, जिसे ईरान द्वारा ‘आतंकवादी’ संगठन के रूप में नामित किया गया है, एक सुन्नी आतंकवादी समूह है जो ईरान के दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान-बलूचिस्तान में काम करता है। पिछले कुछ वर्षों में जैश अल-अदल ने ईरानी सुरक्षा बलों पर कई हमले किए हैं। अल अरबिया न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर में जैश अल-अदल ने सिस्तान-बलूचिस्तान में एक पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, इसमें कम से कम 11 पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी।