राज्यसभा की 15 सीटों के लिए उत्तर प्रदेश कोटे की 10, कर्नाटक की चार और हिमाचल प्रदेश की एक सीट के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। वहीं, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में उन तीन सीटों पर जीत की उम्मीद जताई, जहां पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए बीजेपी ने आठ और समाजवादी पार्टी ने 3 राज्यसभा उम्मीदवार उतारे हैं। विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से बीजेपी को 7 और एसपी को 3 सीटें मिलनी तय है। हालांकि ऐसी खबरें हैं कि कई विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।
सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से आयोजित रात्रिभोज से सपा के कुछ विधायक नहीं आए। रिपोर्टों से पता चलता है कि कम से कम 8 विधायक रात्रिभोज से गायब थे और अब डर यह है कि ये विधायक वोट से अनुपस्थित रह सकते हैं या क्रॉर वोट कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा राज्य में अपनी आठवीं सीट जीत जाएगी।
तीनों जीते हुए उम्मीदवार सपा के होंगेः अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा, “हमें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। भाजपा चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना सकती है। भाजपा जीत के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। हमारे कुछ नेता जो व्यक्तिगत लाभ चाहते हैं, वे भाजपा में जा सकते हैं।” अखिलेश यादव ने कहा, “हमारे जो विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं और जो इसका फायदा उठाना चाहते हैं, वे भारतीय जनता पार्टी के साथ जाएंगे। उन्हें भारतीय जनता पार्टी खेमे द्वारा लालच दिया जा रहा है।”
लोकतांत्रिक मूल्य खत्मः शिवपाल यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भी कहा कि लोकतांत्रिक मूल्य खत्म हो गए हैं। शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “लोकतांत्रिक मूल्य खत्म हो गए हैं। देखिए अगर ऐसा ही हुआ तो क्या होगा।” इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होगा। एसपी नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा, “चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत होगा। जो लोग सत्ता का दुरुपयोग करते हैं, वे लोकतंत्र के समर्थक नहीं हो सकते।”