श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर के लोन को मंजूरी देने पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने इसे वैश्विक समुदाय के दोहरे मापदंडों का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह लोन पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में हमलों के लिए हथियारों की खरीद में मदद करेगा।
अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “जब IMF पाकिस्तान को हथियारों के लिए पैसा दे रहा है, तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय तनाव कम करने की बात कैसे कर सकता है?”
दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर
पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को IMF से 1 अरब डॉलर की ताजा किश्त प्राप्त की, जो उसकी बिगड़ती अर्थव्यवस्था के लिए राहत है। हालांकि, भारत ने इस लोन का विरोध किया और IMF की बैठक में मतदान से दूरी बनाई, यह चिंता जताते हुए कि पाकिस्तान इन फंड्स का दुरुपयोग सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर सकता है।
भारत ने पाक के चार एयरबेस को पहुंचाया नुकसान
पाकिस्तान ने हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी और उड़ी जैसे क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं, जिसमें पांच लोगों की मौत हो चुकी है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के चार प्रमुख एयरबेस रावलपिंडी में नूर खान, चकवाल में मुरिद, शोरकोट में रफीकी और चुनियन—पर हमले किए, जिससे पाकिस्तानी सैन्य ढांचे को भारी नुकसान हुआ।
अब्दुल्ला ने वैश्विक समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की
अब्दुल्ला ने वैश्विक समुदाय से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। दूसरी ओर, भारत ने पाकिस्तान के साथ डाक सेवाएं और व्यापार निलंबित कर दिया है। कई शहरों में ब्लैकआउट लागू है, और नागरिक उड़ानें 14 मई तक बंद हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जिसमें अमेरिका और जी-7 देश शामिल हैं, ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन तनाव कम होने के आसार नहीं दिख रहे।