नई दिल्ली। बारिश से प्रभावित नेपाल में शुक्रवार तड़के दो यात्री बसें भारी भूस्खलन में बह गईं और सड़क से नीचे उफनती नदी में गिर गईं। इसमें सात भारतीय नागरिकों की मौत हो गई। मायरिपब्लिका न्यूज पोर्टल ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि दोनों बसें 65 यात्रियों को ले जा रही थीं, जिनके चितवन जिले के नारायणघाट-मुगलिंग रोड पर सिमलताल इलाके में भूस्खलन के बाद त्रिशूली नदी में लापता होने की आशंका है।
मरने वाले सात भारतीयों को ले जाने वाली बसों में से एक बीरगंज से काठमांडू जा रही थी। सड़क विभाग के अधिकारियों ने लगातार बारिश के कारण भूस्खलन के खतरे के कारण नारायणघाट-काठमांडू मार्ग को 15 दिनों के लिए बंद कर दिया था। इसके बावजूद यातायात बहाल कर दिया गया था।
पीएम प्रचंड ने घटना पर जताया दुख
पिछले कुछ दिनों से नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है, जिसके कारण हिमालयी राष्ट्र में कई सड़कें और राजमार्ग बंद हो गए हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि वह इस घटना से दुखी हैं और उन्होंने सरकारी एजेंसियों को यात्रियों की खोज और बचाव करने का निर्देश दिया है।
चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया, “जब भूस्खलन हुआ तो बसें राजमार्ग पर थीं, जिससे वे सड़क से नीचे नदी में गिर गईं। दोनों बसों में ड्राइवरों सहित कुल 65 लोग सवार थे। हम फिलहाल घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान जारी है। लगातार हो रही बारिश की वजह से लापता बसों का पता लगाना मुश्किल हो रहा है।”