नई दिल्ली। ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या पर पूरे बंगाल में प्रदर्शन जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर एक छात्र संगठन द्वारा हावड़ा में पश्चिम बंगाल सचिवालय नबन्ना तक नियोजित विरोध मार्च के मद्देनजर मंगलवार को शहर में 6,000 से अधिक कोलकाता पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या हुई थी।
पश्चिमबंगाल छात्र समाज द्वारा बुलाए गए ‘नबन्ना अभिजन’ के लिए कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस द्वारा नबन्ना के आसपास के क्षेत्र को तीन स्तरीय सुरक्षा के साथ एक किले में बदल दिया गया है। 19 बिंदुओं पर बैरिकेड लगाए गए हैं, जबकि अन्य प्रमुख बिंदुओं पर पांच एल्यूमीनियम बैरिकेड लगाए गए हैं।
विभिन्न जिलों से अतिरिक्त बलों को पहले ही कोलकाता लाया जा चुका है। विरोध के दौरान किसी भी संभावित अराजकता से निपटने के लिए कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस के अलावा, हेवी रेडियो फ्लाइंग स्क्वॉड (एचआरएफएस), रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ), क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी), ड्रोन और वॉटर कैनन को तैनात किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों की तैनाती
एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त-रैंक का अधिकारी कानून और व्यवस्था बनाए रखने का प्रभारी होता है। संयुक्त सीपी और डीसीपी रैंक के अधिकारी हावड़ा ब्रिज, हेस्टिंग्स और हुगली ब्रिज सहित विभिन्न बिंदुओं पर प्रभारी होंगे। पुलिस हेस्टिंग्स, शिबपुर रोड, हावड़ा ब्रिज और हावड़ा मैदान जैसे प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
कोलकाता पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से मांगी डिटेल
कोलकाता पुलिस ने ‘नबन्ना अभिजन’ के आयोजक को ईमेल कर रैली में कितने लोग मौजूद होंगे, विरोध मार्च का नेतृत्व करने वाले नेताओं के नाम, कितनी रैलियां आयोजित की जाएंगी और विरोध के मार्ग के बारे में विवरण मांगा है। हालांकि, पुलिस को अभी तक छात्र संगठन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।