नई दिल्ली। दुनिया की अग्रणी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने अपने कर्मचारियों को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी की है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह 2025 की शुरुआत तक वैश्विक स्तर पर 14,000 मैनेजर पदों की कटौती करेगी, जिससे कंपनी को सालाना 2.1 अरब डॉलर से 3.6 अरब डॉलर तक की बचत होने की उम्मीद है।
छंटनी का उद्देश्य और प्रभाव
इस छंटनी के बाद, अमेज़न के मैनेजमेंट वर्कफोर्स में 13% की कमी आएगी, जिससे मैनेजरों की संख्या 1,05,770 से घटकर 91,936 रह जाएगी। कंपनी का मानना है कि इस कदम से परिचालन में सुधार होगा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
पिछली छंटनियां और वर्तमान स्थिति
यह पहली बार नहीं है जब अमेजन ने बड़े पैमाने पर छंटनी की है। 2022 और 2023 में भी कंपनी ने 27,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी। वर्तमान में, कंपनी अपनी टीमों का पुनर्गठन कर परिचालन को सुव्यवस्थित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
छंटनी का कारण
अमेज़न के सीईओ, एंडी जेसी, परिचालन दक्षता बढ़ाने और निर्णय लेने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए इस छंटनी का समर्थन कर रहे हैं। कंपनी की योजना मैनेजरों और व्यक्तिगत योगदानकर्ताओं के बीच अनुपात को बढ़ाने की है, जिससे निर्णय लेने में तेजी आए और नौकरशाही में कमी हो।
कर्मचारियों पर प्रभाव
इस छंटनी से मुख्य रूप से कॉर्पोरेट मैनेजर प्रभावित होंगे, जबकि फ्रंटलाइन कर्मचारियों, जैसे वेयरहाउस और डिलीवरी ऑपरेशंस में कार्यरत लोगों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। इंजीनियरिंग, मार्केटिंग और प्रोडक्ट मैनेजमेंट जैसे विभागों में कार्यरत मैनेजर इस छंटनी से सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
भविष्य की रणनीति
कंपनी ने कई कॉस्ट कटिंग पॉलिसी भी शुरू की हैं, जिसमें एक ब्यूरोक्रेसी टिपलाइन शामिल है, जिसके जरिए कर्मचारी कमियों की रिपोर्ट कर सकते हैं। अमेजन का यह कदम दिखाता है कि वे बदलते व्यावसायिक परिदृश्य में अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने के लिए अपने संचालन को सुव्यवस्थित करने का प्रयास कर रहे हैं।
अमेजन की यह छंटनी वैश्विक आर्थिक चुनौतियों और बदलते व्यावसायिक परिदृश्य के बीच लिया गया एक महत्वपूर्ण निर्णय है। कंपनी की इस रणनीति का उद्देश्य परिचालन को सुव्यवस्थित करना, लागत में कटौती करना और दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करना है। आने वाले महीनों में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अमेजन की यह रणनीति कंपनी और उसके कर्मचारियों को कैसे प्रभावित करती है।