नई दिल्ली। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने वित्तीय वर्ष 2024 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के विकास अनुमान को 6.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है। वहीं वित्तीय वर्ष 2025 के लिए यह अनुमान 7.2 प्रतिशत है। संस्था ने गुरुवार को अपना प्रमुख आर्थिक प्रकाशन एशियाई विकास आउटलुक (एडीओ) अप्रैल 2024 जारी किया।
संस्था ने कहा कि भारत की जीडीपी में बढ़ोतरी केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास पर उच्च पूंजीगत व्यय, निजी कॉर्पोरेट निवेश में वृद्धि, मजबूत सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन और उपभोक्ता विश्वास में सुधार से आएगा। इसके साथ ही माल निर्यात में सुधार और विनिर्माण उत्पादकता और कृषि उत्पादन में वृद्धि के कारण वित्तीय वर्ष 2025 में विकास की गति बढ़ेगी। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी में 8.4 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई और देश सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहा।
पिछली दो तिमाहियों में तेजी से बढ़ी अर्थव्यवस्था
आउटलुक के मुताबिक पिछली दो तिमाहियों- अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत और 7.6 प्रतिशत बढ़ी। भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में क्रमशः 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत बढ़ी थी। भारत में एडीबी के कंट्री डायरेक्टर मियो ओका ने कहा, “वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, भारत अपनी मजबूत घरेलू मांग और सहायक नीतियों के बल पर सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।”
बुनियादी ढाचें के निवेश को मिलेगा बढ़ावा: ADB
एडीबी ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वित्तीय वर्ष 2024 में केंद्र सरकार के पूंजीगत व्यय में 17 प्रतिशत की स्वस्थ वृद्धि के साथ-साथ राज्य सरकारों को हस्तांतरण से बुनियादी ढांचे के निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इसने कहा कि राजकोषीय समेकन करते हुए बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने और एक सक्षम कारोबारी माहौल प्रदान करने के भारत सरकार के प्रयासों से निर्यात बढ़ाने और भविष्य के विकास को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।