नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बीती रात तेज हवाओं के साथ धूल प्रदूषण ने हवा की गुणवत्ता को ‘खराब’ श्रेणी में ला दिया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 को पार कर 212 तक पहुंच गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान से आई धूल भरी हवाओं ने प्रदूषण बढ़ाया, जिससे दृश्यता 800 मीटर तक गिर गई। सुबह कई इलाकों में धुंध की परत छाई रही, जिसने यातायात और उड़ानों को प्रभावित किया।
IMD के अनुसार, दिल्ली का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहा। तेज हवाएं, जिनकी गति 30-40 किमी/घंटा थी, धूल के कणों को हवा में मिला रही हैं, जिससे PM10 का स्तर बढ़ा। आनंद विहार (AQI 243), जहांगीरपुरी (AQI 237), और अशोक विहार (AQI 229) जैसे क्षेत्रों में हवा सबसे खराब रही। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग मास्क पहनें, खासकर बच्चे, बुजुर्ग और सांस के मरीज बाहर कम निकलें।
कम दृश्यता के कारण 12 उड़ानें देरी से चलीं
दिल्ली हवाई अड्डे पर कम दृश्यता के कारण 12 उड़ानें देरी से चलीं, और दो को डायवर्ट किया गया। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक धूल भरी हवाओं और हल्की बारिश की संभावना जताई है, जो प्रदूषण को थोड़ा कम कर सकती है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण और वाहन उत्सर्जन कम करने के लिए कदम उठाने की मांग की है।
पानी के छिड़काव और सड़कों की सफाई का निर्देश
दिल्ली में सर्दियों में AQI 400-700 तक पहुंचता है, लेकिन मई में यह स्थिति चिंताजनक है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निर्माण स्थलों पर पानी का छिड़काव और सड़कों की सफाई बढ़ाने का निर्देश दिया। नागरिकों से अपील की गई है कि वे कारपूलिंग और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। यह स्थिति दिल्ली-NCR में दीर्घकालिक प्रदूषण समाधान की आवश्यकता को रेखांकित करती है।