नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया है और रविवार को इसके पश्चिम बंगाल में दस्तक देने की संभावना है। इस प्री-मॉनसून सीजन में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवात है।
10 बिंदुओं में पढ़ें चक्रवात ‘रेमल’ के बारे में
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात रेमल के रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच टकराने की आशंका है।
- आईएमडी ने रविवार सुबह 5:52 बजे एक अपडेट में कहा कि रेमल सागर द्वीप से लगभग 290 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और खेपुपारा से 300 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था।
- मौसम कार्यालय ने कहा कि यह अगले छह घंटों में ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल जाएगा और आधी रात के आसपास बांग्लादेश और आसपास के बंगाल तटों के बीच से गुजरेगा।
- चक्रवात रेमल के टकराने के समय 1.5 मीटर तक की तूफानी लहर के कारण तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाकों में पानी भर जाने की संभावना है।
- पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना के तटीय जिलों के लिए रविवार और सोमवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका है।
- कोलकाता, हावड़ा, नादिया और पूर्व मेदिनीपुर जिलों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी है।
- मौसम कार्यालय ने मछुआरों को सोमवार की सुबह तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
- मौसम कार्यालय ने रविवार और सोमवार को उत्तरी ओडिशा में अत्यधिक भारी वर्षा की भी चेतावनी दी है। पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी सोमवार और मंगलवार को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।
- चक्रवात रेनल के संभावित प्रभाव को देखते हुए कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारी रविवार दोपहर से सोमवार सुबह (9 बजे) तक उड़ान संचालन निलंबित कर देंगे।
- भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उड़ान निलंबन अवधि के दौरान अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में आगमन और प्रस्थान वाली लगभग 394 उड़ानें हवाईअड्डे से संचालित नहीं होंगी।