नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज NEET-UG की सुनवाई से पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक और अनियमितताओं के मामले में एम्स पटना के तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। डॉक्टर 2021 बैच के हैं और उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। संघीय एजेंसी ने डॉक्टरों के कमरे सील कर दिए हैं और उनके लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं।
डॉक्टरों की हिरासत राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र चुराने के आरोप में दो और लोगों को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद हुई है। आरोपियों की पहचान पंकज कुमार और राजू सिंह के रूप में हुई है, जिन्हें क्रमशः बिहार के पटना और झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया।
पंकज कुमार पेपर लीक माफिया का हिस्सा है और उसने कथित तौर पर राजू की मदद से एनईईटी-यूजी प्रश्न पत्र चुराए थे। अधिकारियों ने बताया कि पटना की एक विशेष अदालत ने बुधवार को पंकज कुमार को 14 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया, जबकि राजू को 10 दिन की हिरासत में भेज दिया गया।
सीबीआई ने 9 लोगों को किया गिरफ्तार
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें बिहार के इस मामले के सरगना रॉकी उर्फ राकेश रंजन समेत 13 अन्य आरोपियों की भी हिरासत है।
सुप्रीम कोर्ट आज विवादों से घिरी मेडिकल प्रवेश परीक्षा से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। 11 जुलाई को पिछली सुनवाई में, शीर्ष अदालत ने उन याचिकाओं की सुनवाई आज तक के लिए स्थगित कर दी थी, जिनमें परीक्षा रद्द करने, दोबारा परीक्षा देने और एनईईटी-यूजी 2024 के संचालन में कथित कदाचार की जांच की मांग शामिल थी। कुछ पक्षों को केंद्र और एनटीए की प्रतिक्रियाएं अभी तक प्राप्त नहीं हुई हैं।