खाली पेट गैस की दवा लेना हो सकता है खतरनाक! सावधान रहें, अन्यथा हो सकता है नुकसान

खाली पेट गैस की दवा लेना

खाली पेट गैस की दवा लेना- आजकल की जीवनशैली बहुत तेज और व्यस्त हो गई है। खान-पान और लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर युवाओं का पाचन तंत्र कमजोर हो रहा है। ऑफिस के काम के चलते कई लोग फास्ट फूड पर निर्भर रहते हैं। जिसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। फास्ट फूड से गैस और एसिडिटी की समस्या होती है।

दरअसल, लंबे समय तक बैठे रहना, कम शारीरिक गतिविधि, बाहर का खाना खाने से यह समस्या आम होती जा रही है। जंक फूड, आटा, सैचुरेटेड फैट, नमक पाचन तंत्र को बुरी तरह खराब कर देते हैं। ऐसे में कम उम्र में ही एसिडिटी और गैस की शिकायत बनी रहती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इससे बचने के लिए कई लोग सुबह उठते ही गैस या एसिडिटी की गोलियां लेते हैं, जो बहुत खतरनाक साबित हो सकती है, इसलिए इन गोलियों से बचना चाहिए।

खाली पेट गैस की गोलियां खाना हानिकारक क्यों?

गैस और एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए कई लोग सुबह खाली पेट दवाइयां खाते हैं। कुछ लोग इसका प्रयोग नियमित रूप से करते हैं। अगर वे दवा नहीं लेते तो उनका पूरा दिन परेशानी में बीतता है, इसलिए इससे बचना चाहिए। हाल ही में हुए एक शोध से पता चला है कि आपकी यह आदत पेट में बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण को कई गुना बढ़ा सकती है।

गैस की दवा के बारे में रिपोर्ट क्या कहती है?

खाली पेट गैस की दवा लेना- रिपोर्ट के मुताबिक, इन बैक्टीरिया के संक्रमण से लगातार दस्त और बड़ी आंत में संक्रमण हो सकता है। इससे बड़ी आंत में क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल कोलाइटिस संक्रमण हो सकता है, जिसे सी-डिफ भी कहा जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में यह समस्या बहुत अधिक एंटीबायोटिक लेने से भी होती है। इस शोध में कुल 7,703 मरीजों में से सी-डिफ के 16 मामलों का अध्ययन किया गया। इसमें नियमित रूप से ली जाने वाली ऑपेराजोल, हिस्टामाइन और रैनिटिडिन जैसी दवाओं का विश्लेषण किया गया।

गैस-एसिडिटी से राहत पाने के घरेलू उपाय

1. रोजाना खाली पेट अजवाइन का सेवन करें।

2. अजवाइन को सब्जी और रोटी के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।

3. बाहर का खाना, फास्ट फूड खाना बिल्कुल बंद कर दें।

4. नारियल पानी, दही, छाछ, लस्सी का सेवन करें।

5. फल और हरी सब्जियां अधिक खाएं।

6. खाने के तुरंत बाद सोने की बजाय टहलने जाएं।

7. जितना हो सके उतना पानी पियें।

8. तनाव से बचें, 7-8 घंटे की पूरी नींद लें।

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